विश्वासियों के जीवन में पवित्र आत्मा का कार्य 03/ Work of Holy Spirit in Believer’s life

विश्वासियों के जीवन में पवित्र आत्मा का कार्य- परिचय

अब तक आप ने पवित्र आत्मा का कार्य के में कुछ बातों को सीख चूकें हैं| पिछले लेखों में पवित्र आत्मा का कार्य को संसार के प्रति और प्रेरितों के प्रति पढ़ चुके हैं| इस लेख में आप उन कार्य सीखेंगे, जो पवित्र आत्मा एक विश्वासी मसीही के जीवन में करता हैं| इस लेख को पढ़ने के बाद आपको बहुत सारी बातों को लेकर शंका समाप्त हो जाएगी|

पवित्र आत्मा का कार्य

इस लेख में आप पवित्र आत्मा के कार्य को अलग जगह से देखेंगे| आप समझने का प्रयास करें कि वचन के अनुसार पवित्र आत्मा का कार्य क्या हैं| आजकल के अधिकतर लोग पवित्र आत्मा के कार्य के बारे में क्या सीखा रहें है| पवित्र आत्मा का कार्य विश्वासियों के लिए जाना बहुत ही जरूरी हैं| क्योंकि पवित्र आत्मा को  ऐसे नहीं समझना हैं जैसे कि बहुत सारे लोग समझते हैं|

नया जीवन

पवित्र आत्मा का कार्य एक व्यक्ति को नया जीवन देना हैं| पवित्र आत्मा एक व्यक्ति को कायल करता हैं कि वह पाप से ग्रसित व्यक्ति हैं| उसको परमेश्वर की जरूरत हैं| उसका परमेश्वर के साथ रिश्ता बनाने की जरूरत हैं| ये सारी बातें पवित्र आत्मा एक व्यक्ति के दिल में लाता हैं उसको उद्धार की तरफ ले कर जाता हैं| एक व्यक्ति प्रभु यीशु को तभी ग्रहण कर सकता हैं जब पवित्र आत्मा उसके अंदर कार्य करता हैं| ( रोमियों 3:10-12; 8:7-9; यशा 53:6तीतूस 3:3-7)

पवित्रीकरण/ बदलाव

नया जीवन प्राप्त करने के बाद पवित्र आत्मा का कार्य उस विश्वासी के जीवन में होता है कि वह पहले के समान ( पाप से भरा हुआ) जीवन नहीं जी सकता| परंतु पवित्र आत्मा उस व्यक्ति को प्रेरित करता हैं बताता है उन्हें किस तरह का जीवन जीना हैं| पवित्र आत्मा पवित्र वचन के द्वारा उनको प्रेरित करता हैं

कि उनको परमेश्वर के वचन के मुताबिक जीवन जीना हैं|  और पवित्र आत्मा उनको सामर्थ देता है कि वे उस तरह का जीवन व्यतीत करें| पवित्र आत्मा विश्वासी के अंदर परमेश्वर के वचन के प्रति लगाव देता हैं| नया जन्म पाने के बाद पवित्र आत्मा का कार्य हैं उस व्यक्ति को परमेश्वर के रह पर चलाने के लिए मदद करना हैं | (2कुरिन्थियों 5:17इफिसियों 4:22; कुलुसियों 3:5इफिसियों 4:242कुरिन्थियों 3:18)

आत्मिक वरदानों को देना

पवित्र आत्मा का कार्य कलीसिया की बढ़ोतरी करना भी हैं | कलीसिया की बढ़ोतरी कैसे होगी जब कलीसिया में ऐसे लोग होंगे जो वास्तव में समर्थ हो ऐसे काम करने के लिए जिस से परमेश्वर की कलीसिया की उन्नति हो| इसीलिए पवित्र आत्मा ने कलीसिया में ऐसे लोगों को आत्मिक वरदानों से नवाजा हैं|

पवित्र आत्मा का कार्य

जिनसे द्वारा कलीसिया की उन्नति हो सकती हैं| कलीसिया परमेश्वर की है और परमेश्वर ने कलीसिया के लिए सब बातों को निर्धारित किया हैं | कलीसिया में परमेश्वर किसी भी मनुष्य की दखलंदाजी नहीं चाहता| पवित्र आत्मा कलीसिया में लोगों को आत्मिक जरूरत के अनुसार आत्मिक वरदान देता हैं ताकि कलीसिया की बढ़ोतरी होती रहे| (1 कुरिनथियों 12इफिसियों 4:11-12रोमियों 12:6-13)

मसीह की गवाही देना

यीशु मसीह के बारे में गवाही देना किसी के भी बस की बात नहीं हैं| कोई भी व्यक्ति अपनी मर्जी से यीशु मसीह के बारे में बताया नहीं सकता हैं | यहाँ तक कि यीशु मसीह के चेले भी जो यीशु मसीह के साथ थे| वह भी यीशु मसीह के बारे नहीं बता पाए थे जब तक उनको पवित्र आत्मा नहीं मिला था| पवित्र आत्मा के कार्य में सबसे बाद कार्य ये भी हैं कि वह हर एक विश्वासी को यीशु मसीह की गवाही देने के लिए प्रेरित करता हैं|

जब चेलों ने पवित्र आत्मा पाया था उसके बाद उन्होंने को गवाही दी थी उसके बाद से ही परमेश्वर के आत्मा ने अपना कार्य करना प्रारंभ किया था| तब तक चेलों के अंदर कोई किसी भी प्रकार की सामर्थ नहीं थी कि वे उस कार्य को कर पाते| पवित्र आत्मा ने उसको उभारा की| वे प्रभु यीशु मसीह के बारे में गवाही दे सकें| (यूहन्ना 15:26यूहन्ना 16:13-15)|

प्रेरितों के काम में सारी किताब पवित्र आत्मा के कार्य पर आधारित हैं| कलीसिया की शुरुआत ही पवित्र आत्मा के कार्य से प्रारंभ हुआ हैं|  पवित्र आत्मा के बिना कोई भी चेला उस समय में जी नहीं सकता था| पवित्र आत्मा का कार्य ही चेलों को उभराता है की वे यीशु मसीह के नाम के कारण अपनी जान देने के लिए तैयार हो गए|

हम से कोई भी अपनी किसी खास के लिए जान नहीं दे सकता, आज के समय में को किसी के लिए एक पैसा भी नहीं खर्च करना चाहता हैं; जान की बात तो आप छोड़ ही दीजिए| आप खुद सोचिए की कैसे उस समय में लोग प्रभु यीशु मसीह के कारण अपनी जान देने के लिए तैयार हो गए| ये ही है पवित्र आत्मा का कार्य |

पवित्र आत्मा के द्वारा प्रार्थना

पवित्र आत्मा का कार्य में एक सबसे महत्वपूर्ण कार्य प्रार्थना भी हैं| हम सब के सब मानवीय स्वभाव वाले हैं| हम जब भी प्रार्थना करते हैं तो हम सब का झुकाव कहीं न कहीं खुद की इच्छा को पूर्ण करना का होता हैं|  इसलिए पवित्र आत्मा हमारी सब की सहायता करता हैं कि हम परमेश्वर की इच्छा के मुताबिक प्रार्थना करें| प्रेरित पौलूस इसी बात पर को अपनी पत्री  में भी लिखता हैं  पवित्र आत्मा विश्वासी जन की प्रार्थना करने में सहायता करता हैं|  इस काम को एक आम व्यक्ति खुद से नहीं नहीं कर सकता हैं|

पवित्र आत्मा का कार्य प्रार्थना करने में मदद करता हैं लेकिन इसका ये अर्थ नहीं हैं कि अन्य भाषा में प्रार्थना करना पवित्र आत्मा में प्रार्थना करना हैं| इस बात को समझना बहुत ही जरूरी हैं| पवित्र आत्मा हमारे अंदर प्रार्थना के भाव को पैदा करता हैं जो हमें प्रार्थना में बने रहने के लिए अति आवश्यक हैं|  (रोमियों 8:26)

सताव के समय में सामर्थ

जिस आयात से हम पवित्र आत्मा के कार्य को सीखने वाले हैं वह आयात बहुत ही गलत रीति से उपयोग में लाई जाती हैं| प्रभु यीशु मसीह ने सिखाया था कि जब इस संसार के लोग चेलों को सताएंगे, उनको पड़ताड़ित करेंगे| तब पवित्र आत्मा उस विश्वासी जन की मदद करेगा| उन सब को सवालों का जवाब देने के लिए | उस समय पवित्र आत्मा बताएगा कि उनको क्या बोलना हैं|

पवित्र आत्मा का कार्य

इस प्रकार की घटना को आप प्रेरितों के जीवन में देख सकते हैं| जब उस समय में यरूशलेम के धार्मिक अधिकारियों ने प्रेरितों को सताया था| तब उन्होंने ने जो उत्तर दिया उसके बारे में उन धार्मिक अगुवों ने कहा कि इनको ये बुद्धि कहाँ से मिली है ? इस प्रकार पवित्र आत्मा ने उस कठिन समय में प्रेरितों की सहायता की उनको किस तरह की बातें बोलनी हैं|

निष्कर्ष

इस लेख को पढ़ कर आप विश्वासियों के जीवन के बारे में पवित्र आत्मा के कार्य को समझ सके हैं| पवित्र आत्मा का कार्य जन चूकें होंगे| क्योंकि पवित्र आत्मा के कार्य को समझना बहुत ही जरूरी हैं|  क्योंकि आज के समय में पवित्र आत्मा के कार्य को लेकर बहुत सारी ऐसी बातें हो रही हैं जो वास्तव में परमेश्वर के वचन के मुताबिक नहीं हैं |

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