क्या परमेश्वर सर्वव्यापी है?
परमेश्वर सर्वव्यापी हैं। जिसका अर्थ हैं कि परमेश्वर सब जगह पर मौजूद हैं जब हम कहते हैं कि परमेश्वर यहाँ हमारे साथ मौजूद हैं। तो परमेश्वर वास्तव में मौजूद हैं। और आपको परमेश्वर को बुलाने की जरूरत नहीं हैं। बहुत बार हम एक व्यक्ति की मौजूदगी उसके शरीर की मौजूदगी से जोड़ते हैं। जैसे स्कूल में आपकी हाजरी तभी लगती है जब आप वहाँ पर शारीरिक तौर पर मौजूद हों। परमेश्वर सर्वव्यापी हैं। ये भी परमेश्वर के गुणों में से एक गुण हैं
हमारे जीवन में बहुत बार कुछ ऐसे लम्हे आते है। जिनमें हम सोचते है कि अगर मैं वह पर मौजूद होता तो मंजर कुछ और होता। पर हम जानते है मनुष्य होने के कारण ये हमारे लिए संभव नहीं है। पर अगर ऐसा विचार हमारे अंदर आता है तो इसका क्या कारण है। क्योंकि मनुष्य के मन में कोई विचार तब तक नहीं आता जब तक उसने उस वस्तु को देखा या महसूस ना किया हो। अब सवाल ये उठता है कि हमारे अंदर सब जगह पर मौजूद होने का विचार कहा से आया?
इसका जबाब मैं इस तरह से देने का प्रयास करूंगा कि परमेश्वर ही है जो सब जगह पर मौजूद है। और परमेश्वर ने मनुष्य को अपने सवरुप और समानता में बनाया हैं। और हम इस बात से मुकर नहीं सकते। कि हम अंदर ही अंदर इस बात को जानते है कि परमेश्वर सर्वव्यापी परमेश्वर है। परमेश्वर सब जगह पर मौजूद है। ये हमारे अंदर ही हैं। आपने बहुत बार लोगों को कहते सुन होगा कि “कोई बात नहीं परमेश्वर देखता हैं” ये किसी ने हमारे अंदर पैदा नहीं किया बल्कि ये हम अंदर ही हैं।

परमेश्वर सब जगह पर कैसे हो सकता हैं?
परमेश्वर आत्मा हैं। इसको बात को हमने परमेश्वर की आत्मिकता में भी देखा था आप इस लेख को दुबारा पढे ताकि आप और अच्छे से समझ सकें। अब एक सवाल उठता हैं कि परमेश्वर का कोई शरीर नहीं हैं तो परमेश्वर सर्वव्यापी या सब जगह पर कैसे हो सकता हैं? इसका उत्तर हमें इस प्रकार से मिल सकता हैं।
हमने देखा कि खुदा की सामर्थ के और परमेश्वर के ज्ञान से से ही सारी दुनिया की रचना हुई। परमेश्वर का वचन बताता हैं कि परमेश्वर की सामर्थ और ज्ञान सब जगह पर हैं; जो कुछ भी होता हैं चाहे वो को घटना हो कहीं भी हो किसी के भी साथ हो वो परमेश्वर की जानकरी के बिना नहीं हो सकता।अगर सब कुछ परमेश्वर के ज्ञान और उसकी सामर्थ में हो रहा हैं तो परमेश्वर गैर मौजूद कैसे हुआ। परमेश्वर वही पर मौजूद हैं और था।
परमेश्वर सर्वव्यापी हैं समय और जगह दोनों में हैं
पवित्र बाइबल हमें बताती है कि समय और जगह दोनों में ही परमेश्वर सर्वव्यापी हैं। । एक ही समय में हर जगह और हर समय में मौजूद रहता हैं।भजन 139:8-12 में भजन लिखने वाला हमें बताता हैं कि परमेश्वरहर जगह पर मौजूद हैं। चाहे वो अंधकार हो या रोशनी, सूर्य के पार हो या नीचे जमीन में हर जगह पर परमेश्वर हैं। कोई भी परमेश्वर की मौजूदगी से भाग नहीं सकता और ना ही छिप सकता हैं।
परमेश्वर ने सब कुछ को बनाया हैं। परमेश्वर ने ही समय को बनाया हैं। परमेश्वर की ना तो कोई शुरुआत है और ना ही कोई अंत(उत्पति 1:1; यहूना 1:1);इन दोनों आयतों में आप लोगों को एक शब्द मिलेगा। वो शब्द है “आदि। उत्पति में जो आदि है वो समय के बारे है कि परमेश्वर ने समय की रचना की थी जिसके बाद में परमेश्वर ने सारी दुनिया की रचना की थी। परंतु यहूना 1:1 में हमें जो आदि मिलता हैं और परमेश्वर और मुख्य तौर पर यीशु मसीह के बारे बताता है। वो वह समय से भी पहले हैं।
ज्यादा व्याख्या ना करते हुए। मैं उम्मीद करता हूँ आप इस बात को समझ चुके है कि परमेश्वर समय का भी रचने वाला हैं। और समय का परमेश्वर पर कोई भी असर नहीं होता हैं। इसलिए परमेश्वर का हर समय पर होना कोई अचम्भे की बात नहीं हैं। और ना ही कोई ऐसा समय कभी हुआ जिस में परमेश्वर कभी भी गैर मौजूद रहा हो।
मार्टिन एल. जोंस ने कहा था “ यह सबसे आधारभूत और सबसे गंभीर बात है कि हम हमेशा परमेश्वर की मौजूदगी में रहते है” मार्टिन एल. जोंस

परमेश्वर सर्वव्यापी है परंतु सब में (सर्वेश्वरवाद) नहीं हैं
अब परमेश्वर सर्वव्यापी हैं इस के कारण बहुत सारी ऐसी शिक्षा पैदा हो गई हैं जो परमेश्वर के बारे ऐसी बाते बताते है जो वास्तव में सही नहीं है। क्योंकि वे परमेश्वर के गुण के सानुसार नहीं हैं।
परमेश्वर सब में नहीं हैं
ऊपर हम पहले ही देख चुके हैं कि परमेश्वर सब जगह पर मौजूद हैं। परमेश्वर सर्वव्यापी हैं। अब हम जो देखेंगे वो बहुत ही महत्वपूर्ण बात हैं। इस बात को समझे मुश्किल तो नहीं है पर इसको स्वीकार करना मुश्किल हो सकता हैं कि परमेश्वर सब जगह हैं परंतु सब में नहीं है। क्योंकि हम बचपन से ही सुनते आ रहे है कि पेड़ में परमेश्वर है, चींटी में परमेश्वर है, हर जानवर और पेड़ और पौधों और पानी में; आग में, हवा में परमेश्वर हैं। इसको सर्वेश्वरवाद की शिक्षा के नाम से जाना जाता हैं
अब थोड़ा logical देखे। अगर ऐसा सच हैं तो आप हर रोज परमेश्वर को मार रहे है। आप परमेश्वर को दूषित कर रहे हैं, परमेश्वर को आग लगा रहें हैं। अब आप को पता है कि परमेश्वर सर्वशक्तिमान परमेश्ववर हैं। तो ये धारणा या शिक्षा की परमेश्वर सब में हैं अपने आप में ही गलत साबित हो जाती है।
यदि मैं उधारण दूँ तो शायद आपको समझ आएगा। मान लीजिए अपने कुछ वस्तु को बनाया। अब आप उस वस्तु के चारों ओर तो हो सकते है पर आप अब उस वस्तु के हर चीज में नहीं हो सकते। दूसरी विचार कुछ ऐसा है, अगर आप परमेश्वर की पवित्रता को जानते है। तो वह परमेश्वर एक कीड़े में जो गंदी जगह पर जाता है या नर्जीव वस्तु में जिस में कोई जान नहीं है कैसे हो सकता हैं । इस बात के खास ख्याल रखना है कि परमेश्वर सब जगह है सब में नहीं।
बाइबल इसके बारे में क्या सिखाती हैं
अब हम इस बात को कि क्या परमेश्वर सब में है? बाइबल से देखेंगे, और इस बात को अच्छे से समझ सके कि परमेश्वर सर्वव्यापी है परंतु मैं पहले एक आयत को आपके सामने रखूँगा। जिसको लेकर बहुत से लोग कहते हैं कि परमेश्वर सब में हैं। कुलुस्सियों 1:16-17 यहाँ पर पौलुस साफ साफ कहता है कि सब वस्तुएँ उसी में सिथर हैं। यानि के प्रभु यीशु मसीह ही हैं जो सारे सृष्टि को संभालता हैं।
परमेश्वर गंदी जगह पर नहीं रहता
व्यवस्थविवरण 23:12-14 यहाँ पर परमेश्वर ने मूसा को साफ साफ हिदायत दी है कि जब तू बाहर शौच के जाओ। तो उसको गढ़ा खोद कर उसको मिट्टी से ढक देना। क्योंकि तेरा परमेश्वर पवित्र परमेश्वर हैं। और अगर तेरे तंबू में ऐसी गंदगी होगी तो तेरे परमेश्वर तेरे पास से चल जाएगा।

परमेश्वर जानवरों में नहीं रहता
ये बहुत ही भयानक बात है जब कोई कहता है कि परमेश्वर जानवरों में हैं। बाइबल इसके बारे में बहुत ही स्पष्ट हैं निर्गमन 20:2-3 में परमेश्वर ने साफ मना किया कि किसी दूसरे को परमेश्वर करके नहीं मानना। और न ही कोई दूसरी मूर्त बनाना। और रोमियों 1:23-24 में परमेश्वर ने कहा कि उन्होंने परमेश्वर की समानता को जानवरों में बदल डाला।और परमेश्ववर ने उन लोगों को छोड़ दिया। तो साफ सी बात है कि परमेश्वर किसी भी चीज में नहीं हैं
परमेश्वर किसी इमारत में नहीं हैं
परमेश्वर सर्वव्यापी है। वह हर जगह पर है। परमेश्वर सर्वव्यापी है जिसका ये मतलब हुआ कि हम परमेश्वर को किसी मंदिर में या कमरे में नहीं रख सकते (प्रेरितों 7:48; 17:24)। परमेश्वर ना तो मंदिर में रहता और ना ही किसी इमारत में बल्कि परमेश्वरतो सब जगह हैं लेकिन आज बहुत सारे कहते है कि आज परमेश्वर आज कलीसिया में मौजूद है। जैसे वह पहले वहाँ नहीं था एक आसान सी बात हैं अगर आप मानते है कि परमेश्वर सर्वव्यापी है। तो वह हर जगह पर मौजूद है। इसलिए परमेश्वर कलीसिया में मौजूद है।
क्या परमेश्वर कलीसिया में मौजूद हैं
अब इसे दूसरे तरीके से भी समझने की कोशिश करते है अब सवाल ये है आप “कलीसिया” या चर्च से क्या समझते है। यदि आपके लिए कलीसिया सिर्फ एक इमारत है, तो आप बहुत गलत विचार के साथ जी रहे है। परमेश्वर ने कभी भी किसी इमारत को कलीसिया करके नहीं कहा।
परंतु उद्धार पाए हुए लोगों के समूह को कलीसिया कहा जाता है, जिन्होंने सच में अपने पापों का अंगीकार करके उनसे क्षमा प्राप्त की है, और यीशु मसीह को अपने उद्धारकर्ता के रूप में ग्रहण किया है। और यीशु मसीह ने ये वायदा किया है कि वो हमेशा अपने लोगों के साथ है (मत्ती 28:20; इब्रानीयों 13:8)।
कोई भी छिप नहीं सकता क्योंकि परमेश्वर सर्वव्यापी है
अब जब परमेश्वर सर्वव्यापी है तो ये एक जाहिर-सी बात है कि कोई भी बुराई या अच्छाई परमेश्वर से छिप नहीं सकती। आप चाहे कहीं भी क्यूँ हों। कुछ भी क्यूँ ना कर रहें हों परमेश्वर हमेशा वहाँ पर मौजूद है। परमेश्वर कि मौजूदगी से कोई भी छिप नहीं सकता। क्योंकि परमेश्वर सर्वव्यापी परमेश्वर है (भजन 15:3)
जैसा कि मैंने कहा था। कि परमेश्वर समय और स्थान दोनों जगह में मौजूद है। तो हम परमेश्वर पर अपना पूरा विश्वास और भरोसा रख सकते है। यीशु मसीह को छोड़कर कोई भी ऐसा परमेश्वर नहीं है। परमेश्वर हमारी जिंदगी का भूतकाल, भविष्यकाल और वर्तमानकाल सब जानता है। वो परमेश्वर हमारी जिंदगी को बेहतर और अच्छे तरीके से लेकर चलता है। कभी कभी हमे लगता है कि मेरी जिंदगी में ये सही नहीं हो रहा है, पर हमको ये नहीं भूलना चाहिए कि परमेश्वर जानता है कि हमारे लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा है।
हमारे जीवन के अंधेरे रास्तों में भी परमेश्वर हमारे साथ रहता है (भजन 23:4). हम अपने जीवन को लेकर परमेश्वर पर हमेशा के लिए भरोसा रख सकते है। क्योंकि वो परमेश्वर हम से प्यार करता है। मोहब्बत करता है। और हमेशा हमारे साथ रहता है। आपको परमेश्वर को बुलाने की जरूरत नहीं है। वो हमेशा आपके साथ और आपके पास है। क्योंकि हमारा परमेश्वर सर्वव्यापी परमेश्वर हैं
आज आपके पास समय हैं कि आज यीशु को अपने उद्धारकर्ता या मुक्तिदाता के रूप में कबूल करें। विश्वास करें कि यीशु मसीह का बलिदान के द्वारा ही आप अपने सारे पापों से क्षमाप्राप्त कर सकते हैं। इस बात पर विश्वश करे कि यीशु मसीह मेरे ही पापों के लिए क्रूस पर कुर्बान हुया और कब्र में रखा गया। और परमेश्वर ने उसे मुरदों में से तीसरे दिन जीवित किया। इस लेख को आगे भी शेयर करें ताकि दूसरे मसीह भाई-बहन यीशु मसीह और परमेश्वर के बारे में जान सकें।